गर्दन पर सवार होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

Meaning
गर्दन पर सवार होना मुहावरे का अर्थ (gardan par sawar hona muhavare ka arth) – काम निकलने तक पीछा ना छोड़ना

गर्दन पर सवार होना पर टिप्पणी

यह तो बड़ा ही अटपटा और असामान्य मुहावरा है. 

आज के globalization के जमाने में हर देश दूसरे देशों पर निर्भर है उसी प्रकार हमारे समाज में भी हम लोग दूसरे लोगों पर निर्भर है. आए दिन हमें कोई ना कोई काम पड़ जाता है और हर काम के लिए हमें किसी न किसी व्यक्ति की जरूरत पड़ती है लेकिन कभी-कभी कुछ व्यक्ति अपना काम निकलवाने के लिए पीछे ही पड़ जाते हैं तब इस मुहावरे का प्रयोग होता है “गर्दन पर सवार होना”

गर्दन पर सवार होना का वाक्य प्रयोग

वाक्य – जब देखो संजय पैसे के लिए मेरे गर्दन पर सवार रहता है

वाक्य – सेठ जी इतनी जल्दी पैसा नहीं देंगे, हमें तो उनकी गर्दन पर ही सवार होना पड़ेगा

वाक्य – अरे भाई जब देखो मेरी गर्दन पर सवार हो जाते हो यह कोई अच्छी बात है क्या

वाक्य – पड़ोसी का लड़का मुझसे होमवर्क करवाने के लिए मेरी गर्दन पर सवार हो गया

वाक्य – बालक नया खिलौना के लिए पिताजी के गर्दन पर सवार हो गए