माथे पर बल पड़ना का अर्थ समझे
“माथे पर बल पड़ना” असामान्य व रोजमर्रा मैं शायद ही बोले जाने वाला मुहावरा है
इसका अर्थ होता है चेहरे पर असंतोष अथवा क्रोध के लक्षण का प्रकट होना
जब किसी को गुस्सा आता है तब उसकी भृकुटी और चेहरे पर तनाव आ जाता है. तब कोई भी चेहरा देख कर बता सकता है कि वह गुस्से में है
आप इस मुहावरे को ऐसे याद कर सकते हैं कि जब माथे अथवा दिमाग पर बल या तनाव आता है तब यह बल या तनाव चेहरे पर प्रकट हो जाता है तो माथे पर बल पड़ना अर्थात क्रोधित होना
माथे पर बल पड़ना का वाक्य प्रयोग
वाक्य – पंकज का रिपोर्ट कार्ड पढ़ते ही पिताजी के माथे पर बल पड़ गया
वाक्य – जैसे ही सुशीला ने अपनी छुट्टी का आवेदन पत्र अध्यापक को प्रस्तुत किया, साहब के माथे पर बल पड़ गया
वाक्य – छोटे भाई ने सामान लाने से मना क्या कर दिया तुम्हारे माथे पर बल पडने लगा
वाक्य – रितिक ने दसवीं में टॉप किया मगर 12वीं में फेल हो गया. यह जानकर चाचा जी के माथे पर बल पड़ गया
वाक्य – जब उसने उधार देने से इनकार कर दिया रामू के माथे पर बल पड़ गया