खाक छानना पर टिप्पणी
खाक का अर्थ – धूल, मिट्टी.
इस प्रकार से ‘खाक छानने’ का सीधा मतलब निकलता है मिट्टी छानना. कोई मिट्टी क्यों छानेगा? जरूर कोई बहुमूल्य वस्तु मिट्टी में छुपी हो सकती है. उसी प्रकार जब कोई व्यक्ति किसी इच्छा की पूर्ति के लिए भटकने लगता है तो खाक छानना मुहावरे का प्रयोग होता है.
जैसे नौकरी के लिए लोग जगह-जगह अर्जी लगाते हैं, इंटरव्यू देते हैं, भटकते रहते हैं, गली-गली मारे मारे फिरते है.
In English “”.
खाक छानना का वाक्य प्रयोग
वाक्य – सरिता का मंगलसूत्र क्या गुम हुआ वह तो पूरे घर की खाक छान रही है
वाक्य – किसी जमाने में हम भी चंद पैसों के लिए गलियों की खाक छानता थे
वाक्य – सुरेश इतना काबिल होने के बावजूद नौकरी के लिए खाक छान रहा है
वाक्य – रमेश तो पूरा आवारा है जब देखो गली मोहल्लों में खाक छानता रहता है
वाक्य – निर्वाण की चाह में गौतम बुद्ध जगह-जगह खाक छानते फिरते थे