चट मंगनी पट ब्याह के अर्थ पर टिप्पणी
यह एक पंजाबी मुहावरा है जो बाद में उर्दू तथा हिंदी में प्रयोग होने लगा।
‘चट’ और ‘पट’ का पंजाबी में अर्थ ‘तुरंत’ होता है और ‘मंगनी’ तथा ‘ब्याह’ का मतलब ‘सगाई’ और ‘शादी’ होती है।पहले सगाई होती है और फिर शादी. दोनों के बीच में कुछ दिन व महीने का फासला होता है।
जब कोई तुरंत ही सगाई के बाद शादी करना चाहे बिना किसी रूकावट के तब इस मुहावरे का प्रयोग होगा।
इसका अर्थ तो वैसे किसी कार्य को जल्द से जल्द करना होता है परंतु यह शादी और ब्याह के मामले में ही प्रयोग में पाया जाता है।
चट मंगनी पट ब्याह पर वाक्य में प्रयोग
वाक्य – जब से खबर आई है कि लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ने वाली है तब से कई लोग चट मंगनी पट ब्याह कर रहे हैं।
वाक्य – मेरी मां कहती है कि दहेज नहीं चाहिए बस एक सुंदर कन्या चाहिए ताकि मेरा चट मंगनी पट ब्याह करा सके।
वाक्य – बस मेरी नौकरी लग जाए।नौकरी लगती ही मैं चट मंगनी पट ब्याह का प्रबंध करने लगूंगा।
वाक्य – मुल्लाजी की दो-दो बीवियां है और अब वह नई बेगम की तलाश में है।वह चट मंगनी पट ब्याह करके ही मानेंगे।
वाक्य – रानी हाल फिलहाल में ही तो बालिग हुई थी कि उसे एक हफ्ते में ही ब्याह करा कर विदा भी कर दिया।इसे कहते हैं चट मंगनी पट ब्याह।