जली कटी सुनाना पर टिप्पणी
जो लोग बात-बात पर कटु बोलते हैं वे लोग और कुछ नहीं बल्कि अपने दुर्भाग्य को बुला रहे हैं, यह कर्म-फल न्याय व्यवस्था के अनुसार है इसलिए सदैव मीठा बोलिए दूसरों को दुख मत दीजिए।
जो लोग मीठा बोलते हैं उनसे सब बात करना चाहते हैं वही कड़वे बोल बोलने वाले से कोई नहीं बात करना चाहता। कभी-कभी क्रोध के कारण भी लोग खूब बुरा भला कह देते हैं और जली कटी सुनाने का भी यही मतलब है
जली कटी सुनाना वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – शिवम को जब गुस्सा आता है तो वह जली कटी सुनाने लगता है
वाक्य – सरिता के व्यंग सुनकर रमा ने उसे खूब जली कटी सुनाया
वाक्य – पंकज का स्वभाव ही ऐसा है कि वह सामान्य तौर पर भी जली-कटी ही सुना था
वाक्य – जैसे ही मोहक ने रिश्वतखोर होने का आरोप लगाया, श्याम का मुंह लाल हो गया और उसने खूब जली कटी सुनाया