अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत अर्थ तथा कहानी

Meaning
अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत मुहावरे का अर्थ (ab pachtaye hot kya jab chidiya chug gayi khet muhavare ka arth) – समय निकल जाने के बाद पछताने से कोई लाभ नहीं

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत अर्थ आसान भाषा में

यह प्रसिद्ध मुहावरा है यह पीढ़ी दर पीढ़ी बताया गया है इसलिए प्रचलन में है

एक समय की बात है एक किसान और उसके चार पुत्र थे यह चारों बहुत बड़े आलसी थे. 

बूढ़ा किसान परिश्रम करके खेती करता कुछ दिन बाद क्या हुआ वह बूढ़ा बीमार पड़ गया 

समय बीता गया और फसल पक गई परंतु किसान के पुत्र बड़े आलसी थे फसल काटते ही नहीं थे वह हर बार यही सोचते कि कल कर लेंगे कल कर लेंगे ऐसे होते होते 1 दिन चिड़िया का दल आया और सारी फसल खा गया किसान के पुत्र हताश होकर किसान के पास गए तब बूढ़े किसान ने बोला अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत 

यह मुहावरा यहां से प्रचलन में आया

अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत वाक्य में प्रयोग 

वाक्य प्रयोग – श्याम ने पूरे साल पढ़ाई की परंतु एक विषय पढ़ना भूल गया इसलिए फेल हो गया. किसी ने सही ही कहा है अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत

वाक्य प्रयोग – तुमने मिठाई में खोया डाला दूध डाला मक्खन डाला परंतु चीनी तो डाला ही नहीं बिना मिठास की मिठाई खाकर पछताने से क्या लाभ जब चिड़िया चुग गई खेत

वाक्य प्रयोग – हमने रामू को कितना समझाया कि यह कंपनी फ्रॉड है इसमें निवेश मत करो मगर उसने एक ना सुनी और अब वह पछता रहा है पैसा डूबने के बाद अब उसे हम यही सांत्वना दे सकते हैं कि अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत

वाक्य प्रयोग – हमने उसे कितना समझाया कि जैसा करोगे वैसा भरोगे परंतु उसने गलत काम नहीं छोड़ा अब वह पछता रहा है क्योंकि वह जेल में है ऐसे व्यक्ति के लिए ही कहा गया है अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत

वाक्य प्रयोग – काश मैंने बचपन में पढ़ाई कर ली होती तो आज मैं मजदूरी का काम नहीं करता अब सोच कर क्या लाभ जब चिड़िया चुग गई खेत