बखिया उधेड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है और वाक्य प्रयोग

Meaning
बखिया उधेड़ना मुहावरे का अर्थ (bakhiya udherna muhavare ka arth) – पोल खोलना, भांडा फोड़ना

बखिया उधेड़ना पर टिप्पणी

बखिया का अर्थ 
बकिया का मतलब महीन सिलाई को कहते हैं, जिसमें टांके लगे होते हैं 

उधेड़ना का अर्थ
उधेड़ना का मतलब खोलना होता है

इस मुहावरे का शाब्दिक अर्थ निकलता है सिलाई खोलना हम जानते हैं कि मुहावरे अपने सामान्य अर्थ से हटकर विशेष अर्थ निकालते हैं यहां बखिया उधेड़ना का मतलब पोल खोलना, भंडा फोड़ना, रहस्य से पर्दा उठाना है

बखिया उधेड़ना मुहावरे का वाक्य (sentence)

वाक्य – आज तो मैं हर हालत में श्याम की बखिया उधेड़ कर रहूंगा

वाक्य – मेरा भाई तो आए दिन मेरी बखिया उधेड़ता रहता है

वाक्य – जब मैं तुम्हारी बगिया उधेरूँगा तब मैं भी देख लूंगा कि तुम्हें कैसा लगता है

वाक्य – रमेश रोज दफ्तर से जल्दी चला जाया करता था आज उसे बॉस ने रंगे हाथों पकड़ कर उसकी बखिया उधेड़ दी