भैंस के आगे बीन बजाना अर्थ आसान भाषा में
यदि हम किसी ऐसे व्यक्ति जो मन्दबुद्धि हे तथा मुर्ख हे उसे कुछ समझाना का प्रयास करे तो यह बात स्वाभाविक हे कि ना तो वह मुर्ख व्यक्ति कुछ समझेगा और हमारा समय भी नष्ट हो जाये गा। एक और उधारण लेके समझे तो यदि कोई अनपढ़ हे और हम उसे यह समझाए की निबंध कसे लिखे तो यह भी व्यर्थ हे।
यदि आप भैंस के आगे बीन बजाए तो उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा या तो वह अपना चारा खाता चला जायेगा या ऊपर नीचे मुंह हिलाएगा पर उसको कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन वही अगर हम दूसरी और देखे तो एक सपेरा सांप के सामने बीन बजाए तो साप डोलने लगता है, नाचने लगता है, झूमने लगता है।
भैंस के आगे बीन बजाना का वाक्य में प्रयोग
वाक्य प्रयोग – महाभारत में कृष्ण का शांति प्रस्ताव के तहत दुर्योधन को समझाना तो भैंस के आगे बीन बजाने के बराबर था
वाक्य प्रयोग – राकेश को कोई बात समझाना मतलब भैंस के आगे बीन बजाना
वाक्य प्रयोग – बहरे से रास्ता पूछना तो भैंस के आगे बीन बजाने के बराबर है
वाक्य प्रयोग – सुरेश को अत्यंत क्रोध आता है उसे कुछ समझाने का कोई फायदा नहीं है इसलिए उसे समझाना भैंस के आगे बीन बजाना है
वाक्य प्रयोग – कभी-कभी चुप रहने में ही समझदारी होती क्योकि कुछ लोगो को समझना भैंस के आगे बीन बजाने के समान है