भृकुटी तन जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

Meaning
भृकुटी तन जाना मुहावरे का अर्थ (bhrikuti tan jana muhavare ka arth) – बहुत ज्यादा क्रोध आना

भृकुटी तन जाना मुहावरे का अर्थ समझे

“भृकुटी” शब्द का अर्थ ‘eyebrows’ होता है in english।

यह दोनों आंखों के ऊपर बालों से निर्मित रेखा होती है।जब किसी को क्रोध आता है तब भृकुटी तनाव में आ जाती है।

huch jackman ki brhikuti tan gayi

इसलिए जब किसी को बहुत अधिक क्रोध आता है तब “भृकुटी तन जाना” मुहावरे का प्रयोग होता है।

दूसरी और मैं आपको अपने क्रोध पर नियंत्रण रखने की सलाह दूंगा।जब क्रोध आता है तब चेहरा बदसूरत लगता है इसी भृकुटी और चेहरे पर तनाव आने से।क्रोध में व्यक्ति को ‘क्या सही है’ और ‘क्या गलत’ इसका विवेक नहीं रहता।

भृकुटी तन जाना का वाक्य प्रयोग

वाक्य – कक्षा में शोर गुल होते देख अध्यापक की भृकुटी तन गई।

वाक्य – राकेश जब भी अपनी शादी की बात सुनता है उसकी भृकुटी तन जाती है।

वाक्य – जबसे पंकज का कोरोना महामारी के कारण दुकान बंद हुई है उसकी आए दिन भृकुटी तन जाती है।

वाक्य – वैसे तो शिवम बड़ा शांत स्वभाव का है मगर कभी-कभी उसे पता नहीं क्या हो जाता है।अचानक से उसकी भृकुटी तन जाती है।

वाक्य – जब लालू ने पुलिस वालों को घूस देने से इंकार कर दिया तो पुलिस वालों की भृकुटी तन गई और उन्होंने लालू को दौड़ा-दौड़ा कर मारा।