नौ दो ग्यारह होना मुहावरे का क्या अर्थ है और वाक्य में प्रयोग

Meaning
नौ दो ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ (nau do gyarah hona muhavare ka arth) – गायब होना, भाग जाना

नौ दो ग्यारह होना टिप्पणी

यह एक सामान्य व बहुचर्चित मुहावरा है जिसका मतलब भाग खड़े होना होता है.  विपत्ति के काल में सब भाग खड़े होते हैं इसी प्रकार के परिस्थिति से भाग खड़े होने को नौ दो ग्यारह होना कहते हैं.  एक दूसरा मुहावरा जो समानार्थी है – रफू चक्कर होना

In English it means “to escape”

नौ दो ग्यारह होना  का वाक्य प्रयोग (sentence)

वाक्य – पिताजी को आता देख रामू गुली डंडा छोड़ नौ दो ग्यारह हो गया

वाक्य – डाका डालने की मंशा से आए चोर जब आधी रात को हमारे घर पहुंचे तभी पुलिस ने दस्तक दी और फिर क्या वह नौ दो ग्यारह हो गए

वाक्य – रमेश सेठ जी को आता देख पिछले दरवाजे से नौ दो ग्यारह हो गया उसे डर था कि सेठ जी उधार के पैसे मांगेंगे

वाक्य – उत्तर प्रदेश में बुलडोजर को देखते ही दंगाई नौ दो ग्यारह हो जाते हैं

वाक्य – बिल्ली को देखके चुहिया नौ दो ग्यारह हो गई और तभी कुत्ता आया फिर क्या बिल्ली भी नौ दो ग्यारह हो गई