चूड़ियां पहनना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

Meaning
चूड़ियां पहनना मुहावरे का अर्थ (chudiya pahanna muhavare ka arth) – कायर बन्ना

चूड़ियां पहनना मुहावरे का अर्थ समझे

आज का जमाना प्रगतिशील है और जो स्त्री और पुरुष में असमानता मानते हैं वह मूर्ख है।

परंतु पहले जमाने में स्त्री पुरुष की तुलना में हर प्रकार से कमजोर ही थी।तब स्त्री का काम बच्चा पैदा करना, खाना बनाना, बच्चों को बड़ा करना तक ही सीमित था।यदि शारीरिक बल की बात करें तो भी स्त्री पीछे ही है।

पहले के जमाने के युद्ध में पुरुष ही लड़ने जाते थे ना कि स्त्रियां।जब पुरुष युद्ध से भयभीत होकर भाग उठते थे तब उन्हें कहा जाता था कि “तुम स्त्रियों की भांति चूड़ियां पहन कर घर बैठ जाओ”।

यह पुरुष की मर्दानगी पर गहरा चोट है।आज के समय में इस मुहावरे का प्रयोग किसी को कायर व डरपोक कहने में प्रयोग होता है।

चूड़ियां पहनना मुहावरे का वाक्य प्रयोग

वाक्य – वह तो बड़ा कायर है। वह चूड़ियां पहन कर घर बैठ गया है।

वाक्य – रमेश सुरेश को आए दिन पीटता रहता है।मानो सुरेश ने चूड़ियां पहन रखी है।

वाक्य – जब से डाकुओं ने अपना डेरा रामपुर में डाला है तबसे मानो यहां के प्रशासन ने चूड़ियां पहन ली है।

वाक्य – अगर तुम दो वक्त की रोटी कमा कर परिवार का भरण पोषण नहीं कर सकते तो चूड़ियां पहन लो और बाबा जी बन जाओ।

वाक्य – जब से कश्मीर में सेना का प्रभाव बड़ा है मानो आतंकवादियों ने चूड़िया पहन ली है।