धाक जमाना मुहावरे पर टिप्पणी
दोस्तों जिसके पास धन होता है या ऊची पोस्ट होती है सब उसे ही पूछते हैं। वही धनहीन और निर्बल को कोई नहीं पूछता, यही जीवन का कटु सत्य है। अपना प्रभाव जमाना अथवा दबदबा जमाने को ही धाक जमाना कहते हैं।
इससे मिलते जुलते मुहावरे हैं
मुहावरा एक एसा वाक्य होता हे जो अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर असामान्य अर्थ प्रकट करते है, मुहावरे अपूर्ण वाक्य होते हे।
मुहावरे रोजमरा के जीवन में केई बार प्रयोग होते हैं, इससे भाषा में चमत्कार उत्पन्न होता है और वाक्य रोचक व प्रभावपूर्ण बनते हैं।
धाक जमाना का वाक्य में प्रयोग
वाक्य – सरिता बहुत स्वादिष्ट खाना बनाती है, इसी के चलते उसने अपने पति पर धाक जमा रखी है।
वाक्य – अमेरिका ने पूरी दुनिया पर अपनी शक्ति की धाक जमा रखी है।
वाक्य – रमेश ने सरकारी अफसर बनकर परिवार के लोगों पर अपनी धाक जमा ली है।
वाक्य – तेनालीराम ने सब पर अपने पांडित्य की धाक जमा रखी है।