धूप में बाल सफेद न करना का अर्थ (dhoop me baal safed na karna ka arth ) – बहुत अनुभव होना
धूप में बाल सफेद करना पर टिप्पणी
धूप में बाल सफेद होना/करना उन लोगों के लिए प्रयोग होता है जिन्होंने अपना काफी जीवन व्यतीत कर लिया, वह बूढ़े हो गए फिर भी अनुभव प्राप्त नहीं किया।
वही धूप में बाल सफेद न होना/करना उन लोगों के लिए प्रयोग होता है जिन्होंने अपने जीवन में कई अनुभव किया और वृद्ध हुए, उन्होंने व्यर्थ ही जीवन नहीं गवाया, काफी उतार-चढ़ाव में गुजरे और अनुभव इकट्ठे किए।
धूप में बाल सफेद करना का वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – दादी जी बूढ़ी हो गई लेकिन बात करने का कोई ढंग नहीं है, इनका तो धूप में बाल सफेद हुआ हैं।
वाक्य – तुम किसे ठगने की कोशिश कर रहे हो हमने यूं ही धूप में बाल सफेद नहीं किए।
वाक्य – राकेश ने धूप में बाल सफेद नहीं किया फिर भी जीवन का सच्चा सुख क्या है वो नहीं जान पाए।
वाक्य – तुम धूप में बाल सफेद कर रहे हो।