नाक काटना मुहावरे पर टिप्पणी
मनुष्य के लिए केवल रोटी, कपड़ा, मकान की आवश्यकता नहीं, उसके लिए सम्मान, स्वाभिमान सबसे ऊपर है
सबको अपने श्रेष्ठ गुणों पर अभिमान है मगर जब किसी के मान-सम्मान की हानि होती है तब वह एक घायल व्यक्ति के समान होता है वह हर जगह अपना मुंह छुपाता है और इसी को नाक कटाना कहते हैं
नाक काटना वाक्य में प्रयोग (sentence)
वाक्य – सरिता पता नहीं कहां-कहां गुल खिलाती है, एक दिन वह जरूर परिवार की नाक कटआएगी
वाक्य – रमा ने घर से भाग कर शादी कर ली इससे उनके माता-पिता की नाक कट गई
वाक्य – पंकज की जब से नाक कटी है वह तो घर से बाहर ही नहीं निकलता
वाक्य – मैं कहीं का नहीं रहा, मेरी तो नाक ही कट गई