जल में रहकर मगर से बैर कहावत पर टिप्पणी
यह तो बड़ा सरल कहावत है जिसका मतलब कहावत पढ़ कर ही पता चल जाता है।
मगरमच्छ एक बेहद ही खूंखार जल प्राणी होता है जिसके जबड़े में प्राणी एक बार फस जाए फिर तो मृत्यु आने के बाद ही छूटता है।जल में रहने वाली मछली मगरमच्छ से दूर ही रहती है।
इसी प्रकार किसी शक्तिशाली से दुश्मनी मोलना ठीक नहीं होता है। यहां शक्तिशाली कोई अधिकारी, अफसर, गुंडा भी हो सकता है।
उदाहरण के तौर पर आप जहां नौकरी करते हैं वहां बॉस से दुश्मनी ठीक नहीं क्योंकि आपकी नौकरी भी जा सकती है।दूसरा यदि आपके इलाके में कोई गुंडा रहता है तो यहां भी ऐसे व्यक्ति से दुश्मनी मोल ना ठीक नहीं।
जल में रहकर मगर से बैर का वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – तुम अपने बॉस की सारी अच्छी-बुरी बातें हंसकर सुन लिया करो। आखिर जल में रहकर मगर से बैर नहीं किया जाता।
वाक्य – तुम IAS के पास जा तो रहे हो मगर सावधान, वहां क्रोध मत करना क्योंकि जल में रहकर मगर से बैर नहीं किया जाता।
वाक्य – हम किराए के मकान में रहते हैं, तुम यूं बात-बात पर किराएदार से झगड़ा मत किया करो। जल में रहकर मगर से बैर ठीक नहीं।
वाक्य – पप्पू पहलवान की गाड़ी ठोक दी, अरे मूर्ख जल में रहकर मगर से बैर नहीं करना चाहिए।