कलम तोड़ना पर टिप्पणी
बड़ा ही असामान्य, कम प्रयोग में होने वाला और अटपटा मुहावरा “कलम तोड़ना” जिसका मतलब होता है लिखने की ऐसी अवस्था को प्राप्त होना जिसकी कोई पराकाष्ठा ना हो अर्थात बहुत अच्छा लिखना.
मुंशी प्रेमचंद, तुलसीदास, कबीर दास यह महान लेखक रहे जिन्होंने कई रचनाएं बनाई जिसको पढ़कर आज भी व्यक्ति प्रेरणा लेता है. ऐसे महान लेखकों के लिए ही ‘कलम तोड़ना’ प्रयोग किया जा सकता है.
कलम तोड़ना का वाक्य प्रयोग
वाक्य – बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान लिखते वक्त अवश्य ही कलम तोड़ दिया होगा
वाक्य – अगर आप रोज लिखने का प्रयास करें तो 1 दिन ऐसा आएगा जब आप भी कलम तोड़ लिख सकेंगे
वाक्य – वाह क्या बात है क्या दोहा लिखा है, आपने तो कलम ही तोड़ दिया
वाक्य – मुंशी प्रेमचंद की रचनाएं कितनी अच्छी होती है मानो वह कलम तोड़ कर लिखते हो
वाक्य – रमेश जो भी लिखता है कलम तोड़ कर लिखता