कंगाली में आटा गीला मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

Meaning
कंगाली में आटा गीला मुहावरे का अर्थ (kangali me aata gila ka arth) – समस्या पर और समस्या आना

कंगाली में आटा गीला के अर्थ को समझे

यह मुहावरा गरीबी और अभाव में ज्यादा उपयोग होता है और कहीं-कहीं “गरीबी में आटा गीला” होना भी प्रयोग होता है।

इसका english में meaning है “Misfortune never come singly”

ऐसा देखा गया है जब किसी का बुरा समय शुरु होता है तब उसके जीवन में समस्या पर समस्या आ जाती है। मानो समस्याओं का पहाड़ खड़ा हो जाता है

जैसे एक बीमारी थी और बहुत इलाज कराने पर ना ठीक हो, फिर कुछ समय बाद दूसरी बीमारी होना। ऐसा किसी के जीवन में प्रकट होना बहुत ही दुखदाई है।

कंगाली में आटा गीला का वाक्य प्रयोग (sentence)

वाक्य – पाकिस्तान का कंगाली में हुआ आटा गीला।

वाक्य – एक तो बेरोजगारी थी ही और अब कोरोना आ गया। इसे कहते हैं गरीबी में आटा गीला होना।

वाक्य – पहले वह बैठ नहीं पाता था और अब वह चल भी नहीं पाता मानो कंगाली में आटा गीला हो गया।

वाक्य – संजय ने जुए में सब कुछ खाक कर दिया और अब उनके बच्चे भी बेकार निकलकर कंगाली में आटा गीला कर गए।

वाक्य – बारिश ना होने की वजह से पहले ही फसल की उपज में कमी थी और अब सूखा पड़ने पर मानो कंगाली में आटा गीला हो गया।