फूला न समाना मुहावरे का क्या अर्थ है और वाक्य में प्रयोग

Meaning
फूला न समाना मुहावरे का अर्थ (phula na samana muhavare ka arth) – अत्यधिक प्रसन्न होना, बहुत खुश होना

फूला न समाना टिप्पणी

जब कोई व्यक्ति सुखद समाचार सुनता है, उदाहरण के तौर पर किसी  व्यक्ति के बेटे की नौकरी लग जाए कई वर्षों के प्रयास के बाद तब उसकी खुशी का ठिकाना नहीं होगा. ऐसी खबर सुन लड़के का बाप प्रसन्नता से झूमने लगेगा, खुशी से उसके शरीर व चेहरा चमकने लगेगा.  

तब इस अवस्था को देख लोग कहेंगे कि “यह तो फूला नहीं समा रहे”. वास्तव में फूला न समाना अत्याधिक प्रसन्नता की अवस्था को दर्शाता है. 

फूला न समाना का वाक्य प्रयोग (sentence)

वाक्य – “तुम्हारी शादी की बात पक्की हो गई” यह सुन सरिता खुशी से फूला नहीं समा रही

वाक्य – भारत-पाकिस्तान के मैच में भारत के जीतने पर भारतवासी फूला नहीं समा रहे थे

वाक्य – राकेश के नौकरी लग जाने से पिताजी फूला नहीं समा रहे

वाक्य – आषाढ़ मास में लहराती फसल को देख किसान फूला नहीं समा रहे थे

वाक्य – अपने प्रिय पुत्र को विदेश से सुरक्षित वापस आता देख मां फूला नहीं समा रही थी