सांच को आंच नहीं के मतलब को समझ
सत्य में बड़ा बल होता है. जो व्यक्ति सत की डगर पर चलता है वह निडर होता है और कहावत “सांच को आंच नहीं” का भी यही मतलब है कि सच्चा व्यक्ति निर्भय होता है।
इस कहावत के पीछे कई कहानी है आप यहां दिए गए कहानी को जरूर पढ़ें।
‘साँच’ शब्द का अर्थ – सत्य, न्याय संगत, उचित।
‘आँच’ शब्द का अर्थ – आग, संकट।
सत्य को आग जला नहीं सकता। सत्य को कोई संकट नहीं आ सकता।
साँच को आँच नहीं पर वाक्य (sentence)
वाक्य – तुमने जब चोरी की ही नहीं तो डर कैसा, साँच को आँच नहीं होती।
वाक्य – सत्य में बहुत बल है इसलिए कहा गया है “साँच को आँच नहीं”।
वाक्य – रमेश झूठ बहुत बोलता है और साथ में निडर भी है, उस पर तो यह कहावत ‘साँच को आँच नहीं’ निराधार हो जाती है।
वाक्य – पुलिस को देख सुरेश भागा तब पुलिस बोली भागते क्यों हो साँच को आँच नहीं।