गया मर्द जो खाई खटाई, गई नार जो खाई मिठाई कहावत का अर्थ क्या है

Meaning
गया मर्द जो खाई खटाई, गई नार जो खाई मिठाई का अर्थ – खट्टे का ज्यादा सेवन पुरुष के लिए और मीठे का ज्यादा सेवन स्त्रियों के लिए हानिकारक है

गया मर्द जो खाई खटाई, गई नार जो खाई मिठाई पर टिप्पणी 

यह एक प्राचीन कहावत है जिसे लोग हंसी मजाक में ले लेते हैं. इसका  सरल अर्थ यही है कि ज्यादा खट्टा पुरुषों के लिए और ज्यादा मीठा औरतों के लिए हानिकारक होता है.

अक्सर ऐसा देखा गया है कि औरतों को चाट, पापड़ी, खट्टी चीजें बहुत पसंद होती है. वह कितना भी खा ले उन्हें दुष्प्रभाव नहीं होता. मगर ऐसा सामान आचरण पुरुष नहीं करते और करना भी नहीं चाहिए क्योंकि ज्यादा खट्टा खाने से पुरुषों को स्वप्नदोष हो सकता है. स्वप्नदोष होने से वीर्य नष्ट होने लगता है.

पुरुषों में वीर्य जीवन शक्ति के रूप में विद्यमान है, इसके नष्ट होने से आयु, शक्ति, बल, बुद्धि ,तेज सब कम होने लगता है इसलिए ज्यादा खट्टा पुरुषों के लिए ठीक नहीं

वहीं दूसरी ओर मिठाईयां स्त्रियों के लिए ठीक नहीं.  स्त्रियों की शरीर की बनावट ऐसी होती है कि वह जल्दी मोटी होती है और फैलती है. ज्यादा मीठा खाने से वह तुरंत मोटी हो जाएंगे तथा उन्हें मधुमेह(diabetes) होने की संभावना बढ़ जाएगी. 

इसीलिए स्त्रियों को ज्यादा मीठा नहीं खाना चाहिए परंतु पुरुषों को मीठे से ज्यादा हानि नहीं होती.