साँप सूँघ जाना पर टिप्पणी
जब किसी घटना के कारण आप बेसुध हो जाए ऐसे जैसे चेतना नहीं है, भए के कारण आप चुप भी हो जाते हैं इसी स्थिति को सांप सूंघ ना कहते हैं
उदाहरण की ओर से समझे तो – आप किसी दूसरे की चुगली किसी तीसरे व्यक्ति से करते हैं,और वही तीसरा आप और दूसरे के सामने आपकी पोल खोलता है उस समय पर जो आप महसूस करते हैं या बोलने की स्थिति में नहीं रहते उसे ही सांप सूंघ जाना कहते हैं।
साँप सूँघ जाना का वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – दुखद समाचार सुनकर गांव वालों को जैसे सांप सूंघ गया
वाक्य – कक्षा में बच्चे शोर कर रहे थे परंतु प्रिंसिपल के आते ही सब बच्चों को जैसे सांप सूंघ गया
वाक्य – संजय वैसे तो बड़बोला है परंतु पिता के आते ही उसको साँप सूँघ जा जाता है
वाक्य – रमेश से नौकरी लगने की बात पूछने पर उसे साँप सूँघ जाता है
वाक्य – शेर को अपनी तरफ आता देख पप्पू भैया को साँप सूँघ गया