एक आँख न भाना पर टिप्पणी
जब हमें कोई व्यक्ति जरा भी ना भाए, उसका होना हमें खटके तब इस मुहावरे का प्रयोग होता है. ऐसे व्यक्ति को हम बिल्कुल भी देखना नहीं चाहते या कहे एक नजर भी नहीं देखना चाहते।
आपसी फूट और बैर एक परिवार के सदस्यों के लिए अच्छी बात नहीं परंतु आज के समाज में यह सास-बहू के बीच, भाई-भाई के बीच संपत्ति के कारण अक्सर देखने को मिलता है।
एक आँख न भाना वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – उसे तो ना मेरी सूरत एक आंख भी भाती है और ना ही मेरी आवाज
वाक्य – अपने ही बच्चो के साथ तुम्हारा ये दुर्व्यव्हार मुझे एक आंख भी नहीं भाता हे
वाक्य – रमेश कुरुप और ऊंचे कद के होने के करन गव वालो को एक आंख ना भाता हे।
वाक्य – जब वो तुम्हें एक आंख भी नहीं भाता फिर तुम क्यों उससे बार बार मिलते हो।
वाक्य – सास को बहू और बहू को सास एक आंख नहीं भाती इसलिये घर में हमेसा कलेश रहता हे।