सिर खुजलाना मुहावरे का क्या अर्थ है और वाक्य में प्रयोग

Meaning
सिर खुजलाना मुहावरे का अर्थ (sir khujlana muhavare ka arth) – दुविधा में पढ़ना, सोच में पढ़ना

सिर खुजलाना पर टिप्पणी

जब कोई व्यक्ति किसी सोच में पड़ जाता है तब अक्सर ऐसा देखा गया है कि वह सिर खुजाने लगता है. या तो व्यक्ति किसी दुविधा में पड़ गया है वह सोच रहा है कि करू की न करू, जाऊं कि ना जाऊं आदि या तो कोई व्यक्ति जब गहरी सोच में पड़ जाता है तो भी सिर खुजाना देखने को मिलता है

In English it means “to get in a dilemma”.

सिर खुजलाना का वाक्य प्रयोग

वाक्य – जब रमेश आज कक्षा में देरी से आया तब अध्यापक ने कारण पूछा तो रमेश सिर खुजलाने लगा

वाक्य – गाड़ी की चाबी पंकज ने कही खो दी थी तब पिता जी ने उससे चाबी मांगी तो वह सिर खुजलाने लगा

वाक्य – महेश की ग्रेजुएशन खत्म हो गई है और घर वालों ने उससे पूछा कि आगे क्या करोगे तब वह खोपड़ी खुजलाने लगा

वाक्य – श्याम परीक्षा में बिना पढ़े आया था इसलिए वह परीक्षा के प्रश्न पढ़कर खोपड़ी खुजलाने लगा

वाक्य – उधारी के पैसे जब सेठ वापस मांगने आया तब हम सब सिर खुजलाने लगा