सिर पर भूत सवार होना पर टिप्पणी
जब व्यक्ति कोई वस्तु पाने की रट लेकर बैठ जाता है या किसी काम के पीछे दृढ़ निश्चय के साथ पीछे पड़ जाता है तब हम कहते हैं कि इस व्यक्ति को तो धुन लग गई है या इस व्यक्ति के सिर पर भूत सवार है.
सिर पर यदि भूत सवार हो जाए तो व्यक्ति पागल की तरह व्यवहार करने लगता है, उसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति एक ही चीज के पीछे दृढ़ निश्चय के साथ पीछे पड़ जाए और बार-बार एक ही वस्तु का रट लगा ले तो भी ऐसे व्यवहार की एक पागल में गिनती होगी.
सिर पर भूत सवार होना का वाक्य प्रयोग
वाक्य – रमेश पर अफसर बनने का भूत सवार है इसलिए वह रोज 12-12 घंटे पढ़ाई करता है
वाक्य – शिवम के सर पर बिजनेस करने का भूत सवार हो गया है कहता है करूंगा तो बिजनेस ही मगर नौकर कभी नहीं बनूंगा
वाक्य – मेरे सर पर समाज सेवा करने का भूत सवार है, आखिर जो सेवा करता है वही मेवा पाता है
वाक्य – आर्यन को तो एमबीए करने का भूत सवार है सारी जमीन बेच डालेगा एमबीए करने के लिए
वाक्य – पंकज के सिर पर तो शादी करने का भूत सवार हो गया है, कहता है जल्दी शादी करो नहीं तो घर छोड़ दूंगा