सूरज को दीपक दिखाना कहावत का अर्थ और वाक्य प्रयोग

Meaning
सूरज को दीपक दिखाना मुहावरे का अर्थ (suraj ko deepak dikhana muhavare ka arth) – जो स्वयं प्रसिद्ध हो उसके विषय में कुछ कहना, जो स्वयं गुणवान हो उसे कुछ बताना

सूरज को दीपक दिखाना पर टिप्पणी

रात में जब तारे चमकते हैं तो सुंदर लगता है परंतु जब चंद्रमा चमकता है तो तारे नहीं दिखते हैं और जब सुबह होती है तब सारे तारे और चंद्रमा दिखने बंद हो जाते हैं. 

सूर्य के प्रकाश के सामने सब ओझल हो जाता है. अब कोई सूरज को दीपक दिखाना चाहे तो यह कैसी हास्य पद बात होगी

उसी प्रकार जो व्यक्ति किसी क्षेत्र में विद्वान है उसको दूसरे व्यक्ति के द्वारा सिखाना तो सूर्य को दीपक दिखाने के समान है.

सूरज को दीपक दिखाना का वाक्य प्रयोग (sentence)

वाक्य – महाभारत में भीष्म पितामह जैसे व्यक्ति के बारे में कुछ भी टिप्पणी करना तो सूरज को दीपक दिखाना है

वाक्य – नरेंद्र मोदी जैसे व्यक्ति के बारे में कहना तो सूरज को दीपक दिखाने के समान है

वाक्य – इंजीनियर को बताना की गाड़ी कैसे चलती है सूरज को दीपक दिखाना है

वाक्य – जब बनारस के आचार्य को पंकज शास्त्र प्रमाण बताने लगा तो ऐसा लगा जैसे सूरज को दीपक दिखाया जा रहा है