तेली का बैल होना पर टिप्पणी
कर्म फल का चक्र संसार में किसी को तो सामान्य आवश्यकता पूरी कराने के लिए दिन-रात काम करवाता है वहीं दूसरी और ऐसे भी लोग हैं जो अमीर घर में पैदा होते हैं और बिना मांगे ही उन्हें सब कुछ मिल जाता है
जो लोग दिन भर काम में लगे रहते हैं जैसे मजदूर, कामवाली, बर्तन वाली आदि इन्हीं के लिए तेली का बैल होना मुहावरे का प्रयोग होता है
तेली का बैल होना का वाक्य प्रयोग
वाक्य – राकेश ने जबसे नया व्यापार शुरु किया है वह तो तेली का बैल बन गया है
वाक्य – सुरेश काम तो तेली का बैल की तरह करता है परंतु महीने का सिर्फ 2,000 ही कमा पाता है
वाक्य – आजकल के विद्यार्थी पूरे साल नहीं पढ़ते और जैसे ही परीक्षा सर पर आती है तो तेली का बैल बन जाते हैं
वाक्य – अगर खूब धन कमाना है तो समझदारी के साथ काम करना होगा ना की तेली का बैल बनकर