तू डाल-डाल मैं पात-पात मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग in hindi

Meaning
तू डाल डाल मैं पात पात मुहावरे का अर्थ (tu daal daal main paat paat ka arth) – यदि आप श्रेष्ठ है तो मैं अति श्रेष्ठ

तू डाल डाल मैं पात पात के अर्थ को समझें 

यह मुहावरा वहां प्रयोग होता है जहां प्रतिस्पर्धा होती है। 

इस मुहावरे में दो व्यक्ति की बात हो रही है। दोनों चालाक व्यक्ति है मगर एक दूसरे की तुलना में ज्यादा चालाक है। एक चालाक है तो दूसरा अति चालाक, एक श्रेष्ठ है तो दूसरा अति श्रेष्ठ, एक उत्तम है तो दूसरा अति उत्तम।

शाब्दिक अर्थ की बात की जाए तो “डाल” पेड़ की टहनी को कहते हैं और “पात” पेड़ के पत्तों को।

पेड़ पर टहनी और पत्तों की तुलना में पत्ते टहनी से कहीं ज्यादा होते हैं गिनती में। हर टहनी पर कई-कई पत्ते होते हैं। अतः संख्या में पत्ते टहनी से कहीं ज्यादा होते हैं।

डाल-डाल पर चलने का अर्थ कम चालाकी और पात-पात पर चलने का अर्थ ज्यादा चालाकी से है। यहां कहा गया है कि यदि तुम पेड़ की टहनियों की संख्या के बराबर तरीके जानते हो तो मैं पेड़ की पत्तियों की संख्या के बराबर तरीके जानता हूं।

तू डाल डाल मैं पात पात का वाक्य प्रयोग

वाक्य – वह मुझे फसाने में लगा था मैंने उसे ही फंसा दिया “वो डाल डाल मैं पात पात”।

वाक्य – ग्राहक को लुभावने तरीके से ठगने वाले दुकानदार को ग्राहकों ने ही चपत लगा दी। इसे कहते हैं “तू डाल डाल मैं पात पात”।

वाक्य – राकेश हवलदार बन गया और अब मैं सुपरिंटेंडेंट बन के दिखाऊंगा  तभी तो “तू डाल डाल मैं पात पात” होगा।

वाक्य – निबंध लेखन में रमेश भले ही मुझसे जीत गया परंतु कहानी लेखन में मैं ही उत्तीर्ण आऊंगा। “तू डाल डाल मैं पात पात”।

वाक्य – शतरंज के खेल में दोनों खिलाड़ी “तू डाल-डाल मैं पात-पात” का खेल खेल रहे हैं कोई हारता हुआ नहीं दिख रहा।