अपनी करनी पार उतरनी लोकोक्ति का अर्थ, Essay और वाक्य

Meaning
अपनी करनी पार उतरनी का अर्थ (apni karni paar utarni ka arth) – कर्म का फल स्वय भोगना ही पड़ता है

अपनी करनी पार उतरनी कहावत 

यदि आप भारतवासी है तो आप कर्मफल को अच्छे से जानते होंगे अथवा यह तो जरूर सुना होगा कि जैसी करनी वैसी भरनी। जो जैसा करता है वह वैसा भरता है।

‘अपनी करनी पार उतरनी’ का भी यही अर्थ है कि अच्छा-बुरा दोनों कर्म स्वय ही भोगना पड़ता है। गीता में कृष्ण भी कहते हैं मनुष्य सुख-दुख,  प्रारंभ अपने कर्मों से बनाता है।

अपनी करनी पार उतरनी का वाक्य

वाक्य – जब तक तुम्हें नौकरी नहीं मिलेगी लोग तुम्हें उलाहना देते ही रहेंगे क्योंकि अपनी करनी पार उतरनी।

वाक्य – चाचा ने अपने पिता की संपत्ति हड़प ली थी और आज उनका बेटा  ही उनकी संपत्ति को बेचने पर तुला है, आखिर अपनी करनी पार उतरनी।

वाक्य – छोटी उम्र में उसके शरीर में कई बीमारियां हो गई है, यह देखकर पिताजी बोले “अपनी करनी पार उतरनी”।

Essay