दो नावों पर पैर रखना पर टिप्पणी
यदि हमें किसी भी कार्य में सफलता पानी है तो एकाग्रता की बहुत बड़ी आवश्यकता है।
जिस प्रकार सूरज की किरने magnifying glass के जरिए एकत्रित होकर एक कागज मैं आग लगा सकती है उसी प्रकार अगर हमें कठिन कार्य करना है या परीक्षा में उत्तीर्ण होना है तो एकाग्रता चाहिए।
एकाग्रता के लिए यह जरूरी है कि हम सब कुछ छोड़कर सिर्फ एक कार्य पर ध्यान दें।
मगर कुछ लोग ऐसे होते हैं जो एक साथ कई काम करना चाहते हैं इसे दो नावों पर पैर रखना कहते हैं, ऐसा व्यक्ति किसी भी काम में विशिष्ट सफलता नहीं प्राप्त कर पाता।
दो नावों पर पैर रखना वाक्य प्रयोग(sentence)
वाक्य – बेटा तुम दो नावों पर पैर मत रखो, या टीवी देखो या तो खाना खा लो
वाक्य – अगर तुम दो नावों पर पैर रखोगे तो एक भी काम में सफल नहीं होगे
वाक्य – रमेश बीवी बच्चे पाल कर अब जोगी बनेगा, अरे भाई दो नावों पर पैर रखना ठीक नहीं
वाक्य – अगर तुम दो नावों पर पैर ना रखते तो आज ऑफिसर होते