एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का क्या अर्थ है और वाक्य में प्रयोग

Meaning
एक और एक ग्यारह होना मुहावरे का अर्थ (ek aur ek gyarah hona ka arth) – एकता में शक्ति होना

एक और एक ग्यारह होना टिप्पणी

वैसे तो गणित की दृष्टि से एक और एक = दो होते हैं परंतु यदि आप एक उंगली से दूसरी उंगली को मिलाएं तो 11 जैसा प्रतीत होगा, 1 और 1 जोड़कर 11 होना शक्ति में विशेष वृद्धि होना को दर्शाता है.

अकेला व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता मगर जब कुछ लोग संगठित हो जाते हैं तब उनमें बहुत कुछ करने की शक्ति आ जाती है.

उदाहरण: महात्मा गांधी लाख समझाएं असहयोग आंदोलन करने को मगर अंग्रेज तभी घुटने टेक सकते हैं जब पूरा देश आंदोलन में सहायक हो और संगठित होकर प्रदर्शन करें

एक और एक ग्यारह होना का वाक्य प्रयोग

वाक्य – गांव वाले की मांग काफी अरसे से लटकी हुई थी मगर जब पूरा गांव उठकर विधायक के दफ्तर पहुंचा तब सहज ही मांग पूरी हो गई, इसे कहते हैं एक और एक ग्यारह होना

वाक्य – हमारे परिवार में किसी की एक दूसरे से नहीं बनती, कोई यह समझने को तैयार नहीं कि एक और एक ग्यारह होते हैं

वाक्य – शांतिदूत किसी भी देश में रहे वह चाहे किसी भी अवस्था में रहे मगर आवश्यकता आने पर वह एक और एक ग्यारह हो जाते

वाक्य – अगर व्यापार में हम दोनों मिल जाए फिर कोई हमारे सामने टिक नहीं पाएगा क्योंकि 1 और 1 11 होता है

वाक्य – तुम दोनों अलग-अलग रास्ते से मत जाओ बल्कि इकट्ठे एक ही रास्ते से जाओ क्योंकि एक और एक ग्यारह होता है तथा इस तरह शत्रु भी तुम पर घात नहीं लगा पाएगा