हाथ का मैल होना मुहावरे का अर्थ समझे
किताबों में “हाथ का मैल होना” का अर्थ “तुच्छ वस्तु” होता है और यह अधिकांश धन, पैसे के साथ ही उपयोग होता है।इस तरह से तो पैसा एक तुच्छ वस्तु हो जाएगा।
यह कैसे हो सकता है?
पैसा कमाने में इतनी कठिनाई लगती है। ⅓ जीवन निकल जाता है पढ़ने-लिखने में तब जाकर नौकरी लगती है और पैसा आता है। धन पुराने जमाने में तुच्छ वस्तु हो सकता होगा मगर आज के जमाने में मैं कभी नहीं मान सकता की धन कोई बेकार वस्तु है।
दूसरी ओर से देखे तो हाथ पर मेल आता है और साफ हो जाता है, फिर मेल आता और फिर साफ हो जाता है उसी प्रकार जीवन में धन आता है और खर्च हो जाता है तथा यह चक्र चलता ही चला जाता है।
हाथ का मैल होना का वाक्य प्रयोग
वाक्य – अंबानी और अडानी के लिए तो पैसा हाथ का मेल है।जो वस्तु चाहे खरीद ले।
वाक्य – साधु का ना तो कोई घर और ना ही घर बार।उसके लिए तो भगवान के अलावा सब हाथ का मैल है।
वाक्य – जब राकेश ने एक कैंसर मरीज को एक लाख रुपये इलाज के लिए दिया तब सबने एक ही बात कही “उसके लिए तो पैसा हाथ का मेल है”।
वाक्य – मुन्नी हर आते-जाते भिखारी को 10 रुपये देती रहती है।“ऐसा क्यों करती हो” यह प्रश्न करने पर मुन्नी बोली “दान किया हुआ 100 गुना होकर वापस आता है और पैसा तो हाथ की मैल होता है”।