जान बची तो लाखों पाए कहावत पर टिप्पणी
यह कहावत है ना कि मुहावरा। कहावत के पीछे कुछ प्रचलित कहानी होती हैं। वैसे पूरी कहावत है “जान बची तो लाखों पाए, लौट के बुद्धू घर को आए”।
उदाहरण से समझे तो यदि आपको गंभीर प्राण घातक बीमारी हो जाए लेकिन आप किसी तरह बच जाए तो आगे और पैसा कमा पाएंगे मगर मृत्यु हो जाए तो पैसा परिवार सब जाएगा।
दूसरी तरह से समझे तो यदि आप किसी गलत आदमी के संगत में पड़ जाए जिससे जान अथवा धन को खतरा हो और आप किसी तरह से उससे जान छुड़ाए तब भी इस कहावत का प्रयोग होगा।
जान बची तो लाखों पाए का वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – श्याम कैंसर जैसे घातक बीमारी से बच निकला आखिर जान बची तो लाखों पाए।
वाक्य – मैं दो समुदाय के दंगे में फस गया था किसी तरह से मैं भाग आया, जान बची तो लाखों पाए।
वाक्य – तुम बीमारी के कारण पैसे की चिंता मत करो पैसा और आ जाएगा, आखिर जान बची तो लाखों पाए।
वाक्य – बिजली के कड़कने पर भय से राकेश बोला जान बची तो लाखों पाए।