घर का भेदी लंका ढाए लोकोक्ति का अर्थ और वाक्य in hindi

Meaning
घर का भेदी लंका ढाए कहावत का अर्थ (ghar ka bhedi lanka dhaye lokokti ka arth) – आपसी फूट से हानि होती है

घर का भेदी लंका ढाए कहावत पर टिप्पणी

घर का भेदी लंका ढाए का मतलब है आपसी मतभेद के कारण परिवार के राज दूसरों को बता कर परिवार का पतन कराना।यहां ‘घर’ की जगह ‘दल’ भी उपयोग किया जा सकता है।

यह कहावत प्रभु श्री राम के जीवन चरित्र के उस कांड से बना है जहां राम जी रावण के राज्य लंका पर युद्ध के लिए चढ़ाई करते हैं और रावण का अपना सगा भाई विभीषण श्री राम की शरण में आ जाते हैं।

विभीषण ने लंका के सारे राज श्री राम को बताया जैसे रावण का वध कैसे होगा, इंद्रजीत का गुप्त मंदिर कहां है आदि गुप्त रहस्य जो किसी को भी नहीं पता था सिवाय रावण के अपने परिजनों के।

English meaning/proverb “An insider can cause the maximum damage”

घर का भेदी लंका ढाए का वाक्य प्रयोग

वाक्य – पहले सिद्धू बीजेपी में था मगर अब कांग्रेस में जाकर बीजेपी की बुराई करता है। यह तो घर का भेदी लंका ढाए वाली बात है

वाक्य – जो मूर्ख विभीषण जैसे धर्मात्मा को “घर का भेदी लंका ढाए” कह कर दोषी ठहराएगा वह तो अज्ञानी ही होगा।

वाक्य – जब से लालू हमारे गिरोह से निकला है वह तो सारे तथ्य पुलिस को दे रहा है। आखिर घर का भेदी लंका ढाए।