ज्वार उठना मुहावरे का अर्थ और वाक्य में प्रयोग

Meaning
ज्वार उठना मुहावरे का अर्थ (jwar uthna muhavare ka arth) – विचारों की हलचल

ज्वार उठना मुहावरे का अर्थ आसान भाषा में

इस मुहावरे का प्रयोग हर उस जगह होता है जहां मन में विचार एक बवंडर की तरह एक साथ होने लगते हैं

यह कई कारणों से हो सकता है जैसे चिंता के समय, किसी महत्वपूर्ण कार्य के समय अथवा काफी अरसे के बाद किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति से मिलने पर

आप ऐसे समझे जैसे कोई विद्यार्थी परीक्षा में नकल करता हुआ पकड़ा जाए तब डर से उसके मन में कई विचार एक साथ आने लगेंगे

ज्वार उठना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग

वाक्य प्रयोग – मोहन और माधुरी का तलाक हुए कई वर्ष बीत गए. एक दिन दोनों राह चलते मिल गए और तभी दोनों में भावनाओं का ज्वार उठने लगा

वाक्य प्रयोग – जब मैं प्रिंसिपल से मिलने जा रहा था तभी मेरे मन में विभिन्न विचारों का ज्वार उठ रहा था

वाक्य प्रयोग – जब में पहली बार स्कूल जा रहा था तब मेरे मन में अनेक विचारों का जवार उठ रहा था

वाक्य प्रयोग – जबभी मैं अपनी पहली प्रेमिका का विचार करता हूं तभी मेरे मन में मानो यादों का ज्वार उठने लगता है