कलंक का टीका लगाना मुहावरे का अर्थ तथा वाक्य प्रयोग 

Meaning
कलंक का टीका लगाना मुहावरे का अर्थ (kalank ka tika lagana muhavare ka arth) – दोष लगाना और बदनामी करना

कलंक का टीका लगाना मुहावरे का अर्थ आसान भाषा में

“कलंक” का अर्थ बदनामी अथवा लांछन होता है इसलिए “कलंक का टीका लगाने” का अर्थ दोष लगाकर बदनामी करना होता है

यह जरूरी नहीं कि दोष सत्य हो या मिथ्या. कभी-कभी समाज में किसी दोष के कारण बदनामी झेलनी पड़ सकती है 

इसलिए किसी व्यक्ति के कारण यदि हम पर दोष लगता है तब कलंक का टीका लगने का उपयोग होता है

कलंक का टीका लगाना वाक्य प्रयोग

वाक्य प्रयोग – नाम कमाने मैं सारा जीवन निकल जाता है परंतु तुमने एक ही क्षण में कलंक का टीका लगा दिया

वाक्य प्रयोग – बिना किसी सबूत के तुम्हें दूसरों पर कलंक का टीका नहीं लगाना चाहिए 

वाक्य प्रयोग – तुम्हें एक देशभक्त पर देश से गद्दारी करने के कलंक का टीका नहीं लगाना चाहिए

वाक्य प्रयोग – रमेश ने चोरी करके पूरे परिवार पर कलंक का टीका लगा दिया

वाक्य प्रयोग – तुम पंकज से दूर रहा करो नहीं तो यह अपने कार्यों से तुम पर भी कलंक का टीका लगा देगा