कीचड़ उछालना पर टिप्पणी
अक्सर बारिश के दिनों में सरको और किनारों पर खूब कीचड़ जमा हो जाता है। कभी-कभी यह कीचड़ वाहनों के चलने से आप पर उछल जाता है जिससे आपके कपड़े मलिन हो जाते हैं।
मलिन हुए कपड़ों के साथ आप कहीं जाने लायक नहीं रह जाते कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रह जाते, ठीक उसी प्रकार कीचड़ उछालना किसी के सम्मान पर लांछन लगाने के बराबर होता है।
कीचड़ उछालना का वाक्य प्रयोग
वाक्य – किसी के चरित्र को बिना जाने उसपर कीचड़ उछालना मूर्खता है।
वाक्य – अगर तुम दूसरों पर कीचड़ उछालोगे तो कुछ छींटे तुम पर भी पड़ेंगे।
वाक्य – भिंडी मास्टर तुम बेवजह टप्पू पर कीचड़ उछाल रहे हो।
वाक्य – अरविंद केजरीवाल का एक ही काम है जब देखो तब मोदी जी पर कीचड़ उछलता रहता है।