नौ दिन चले अढ़ाई कोस लोकोक्ति का अर्थ और वाक्य प्रयोग

नौ दिन चले अढ़ाई कोस लोकोक्ति का अर्थ (nau din chale adhai kos lokokti ka arth) – 

  • बहुत आलसी होना
  • अधिक समय में थोड़ा काम करना

नौ दिन चले अढ़ाई कोस से तात्पर्य है

नौ दिन काफी होता है। अगर कोई नौ दिन तक रात में विश्राम लेकर भी चलता रहे पैदल तब भी 20-30 km चल लेगा लेकिन अढ़ाई कोस अर्थात – 4.5 km तो बहुत कम है।

कोई आलसी व्यक्ति ही 9 दिन में 4.5 km सिर्फ चल सकता है इसलिए इस कहावत का अर्थ है अधिक समय में थोड़ा काम करना।

यह एक कहावत है ना कि मुहावरा। कहावत को लोकोक्ति भी कहा जाता है।

नौ दिन चले अढ़ाई कोस का वाक्य प्रयोग

वाक्य – तुमने दो घंटे में सिर्फ चार रोटी बेली, ऐसे कैसे काम चलेगा। शायद तुम्हारे लिए ही यह कहावत बनी है “नौ दिन चले अढ़ाई कोस”।

वाक्य – तुम एक हफ्ते से किताब पढ़ रहे हो और अभी तक दो पन्ने ही पढ़े हो। यह तो वही बात हो गई “नौ दिन चले अढ़ाई कोस”।

वाक्य – कल परीक्षा है और तुम एक दिन से सिर्फ एक विषय ही याद कर पाए हो मतलब नौ दिन चले अढ़ाई कोस।

वाक्य – रामू के कार्य में ढीलापन को देख ‘नो दिन चले अढ़ाई कोस’ वाली कहावत याद आती है।