पेट में चूहे दौड़ना मुहावरे का अर्थ समझे
अन्न तो प्राणी मात्र का आधार है।यदि आप समय से भोजन न करें तो भूख से आपका स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है।
भूख लगना तो आम बात है मगर जब बहुत अधिक भूख लगे अथवा भूख असहनीय हो जाए तब “पेट में चूहे कूदना” इस मुहावरे का प्रयोग होता है।
यह तीन परिस्थितियों में प्रयोग किया जा सकता है पहला तो यदि किसी ने लंबे समय से भोजन नहीं किया अथवा बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम किया अथवा कोई अति स्वादिष्ट व्यंजन का चिंतन किया।
अति स्वादिष्ट व्यंजन की परिस्थिति में मुंह से पानी आना इस मुहावरे का भी प्रयोग किया जाता है।
यह दोनों एक ही मुहावरे हैं
- पेट में चूहे दौड़ना
- पेट में चूहे कूदना
पेट में चूहे दौड़ना मुहावरे का वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – आज मेरा एकादशी व्रत था मगर पेट में चूहे दौड़ने के कारण मुझसे रहा नहीं गया।
वाक्य – सुबह काम की वजह से में नाश्ता ना कर सका।अब दोपहर आते आते मेरे पेट में चूहे दौड़ रहे हैं।
वाक्य – जल्दी खाना परोसा मा पेट में चूहे दौड़ रहे हैं।
वाक्य – रसमलाई का नाम सुनते ही मेरे पेट में चूहे कूदने लगते हैं।
वाक्य – ना ना प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन देखकर मेरे पेट में चूहे कूदने लगे।
वाक्य – गरीब लोग कई कई दिन तक भूखे रहते हैं जिसके कारण उनके पेट में हमेशा चूहे दौड़ते रहते हैं।