रंग उड़ना पर टिप्पणी
दोस्तों मानव कोई कंप्यूटर नहीं है यह एक इमोशनल प्राणी है, मन में जो भी भाव(emotion) होता है वह चेहरे पर प्रकट हो जाता यदि हमारा मन बड़ा खुश है तो यह भाव चेहरे पर दिखने लगता है. हमारा चेहरा चमकने लगता है
वहीं दूसरी ओर किसी खबर या कारण के तहत आपका मन निराश हो जाए तो यह भाव आपके चेहरे पर दिखेगा तब चेहरा निस्तेज हो जाएगा तथा निराशा के बादल दिखने लगेंगे
इसीलिए “रंग उड़ना” का मतलब किसी विशेष कारण से चेहरे का निस्तेज होना होता है
रंग उड़ना का वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – रमेश के दसवीं में फेल होने के कारण पिता जी के चेहरे का रंग उड़ गया
वाक्य – चोरी करते हुए चोरो ने जब पुलिस को आता देखा तो उनके चेहरे का रंग उड़ गया
वाक्य – जब अध्यापकों ने बच्चों को पढ़ने के समय मस्ती करते हुए देखा तो उनका रंग उड़ गया
वाक्य – अपराधी का कोर्ट में सजा-ए-मौत सुनते ही रंग उड़ गया
वाक्य – व्यापार में भारी नुकसान होने के कारण आजकल रमेश का रंग उड़ा रहता है