सीधे मुँह बात न करना का क्या अर्थ है तथा वाक्य प्रयोग

Meaning
सीधे मुँह बात न करना मुहावरे का अर्थ (sidhe muh baat na karna muhavare ka arth) – घमंड करना

सीधे मुँह बात न करना का अर्थ समझे

दोस्तों कहा जाता है कि अभिमानी व्यक्ति कभी भी सीधे मुंह बात नहीं करता क्योंकि उसे किसी बात का अकड़ व घमंड होता है।

धनवान व्यक्ति अथवा बड़े पद का अफसर के साथ भी ऐसा ही है।इस मुहावरे मैं यह जरूरी नहीं कि धन का ही घमंड हो।घमंड के कई कारण हो सकते हैं।दो बैरी भी कभी सीधे मुंह बात नहीं करते।

सीधे मुँह बात न करना का वाक्य में प्रयोग

वाक्य – रमेश जब से सरपंच बना है वह किसी से सीधे मुंह बात नहीं करता।

वाक्य – शिवम का जबसे व्यापार प्रगति करने लगा है वह तो किसी से सीधे मुंह बात ही नहीं करता।

वाक्य – जबसे अखिल और उनकी धर्मपत्नी मैनेजर बने हैं वह बड़े ठाठ-बाट से रहने लगे हैं।अब तो वह किसी से सीधे मुंह बात नहीं करते।

वाक्य – दोनों भाई मैं बचपन से ही बैर है।दोनों एक दूसरे से कभी भी सीधे मुंह बात नहीं करते।

वाक्य – आज मैं दीन हूं।मुझे सबकी हां में हां मिलाना पड़ता है।एक बार मैं आईएएस(IAS) बन जाऊं फिर मैं किसी से सीधे मुंह बात नहीं करूंगा।