हाथ मलना पर टिप्पणी
यदि समय रहते हम अवसर का लाभ नहीं उठाते तब समय और अवसर दोनों हाथ से निकल जाता है फिर व्यक्ति को पछतावा होता है, वह सोचता है कि काश मैंने समय रहते अवसर का लाभ उठा लिया होता.
इस स्थिति को पछतावा होना कहते हैं जिसे मुहावरे के तौर पर ‘हाथ मलना’ भी कहते हैं. व्यक्ति अक्सर अपने लापरवाही या आलस्य की वजह से अवसर गवा देता है.
हाथ मलना का वाक्य प्रयोग (sentence)
वाक्य – काम चोरी के कारण बॉस ने संजय को नौकरी से निकाल दिया, अब वह घर बैठ हाथ मल रहा है
वाक्य – अगर तुमने समय रहते शादी कर ली होती तो आज यू बुढ़ापे में हाथ नहीं मलना पड़ता
वाक्य – अब हाथ मलने से क्या फायदा क्योंकि अब तो चिड़िया चुग गई खेत
वाक्य – समय बहुत मूल्यवान है, जो समय की कदर नहीं करते आगे जाकर उन्हें हाथ मलना पड़ता है
वाक्य – मोनू बचपन में पढ़ता लिखता था नहीं इसलिए अब जीवन में कुछ ना हासिल करने के कारण हाथ मल रहा है